मोटापा खत्म करने के लिए आसान उपाए
मोटापा (Obesity) कई बीमारियों को जन्म देता है। जैसे कि मोटापे के कारण हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर, थकान आदि रोग ज़न्म लेते हैं। खासकर महिलाओँ में श्वेत प्रदर, मासिक धर्मं में अनियमितता, बाँझपन, साँस फूलना जैसे रोग होने का खतरा ज्यादा रहता है l मोटापे से गुर्दे की बीमारी, मधुमेह ग्रस्त मोटे लोगों की मृत्यु दर बढती है। भारी बदन के लोगों को शल्यक्रिया के दौरान ज्यादा खतरा रहता है। गठिया जैसे रोग उन्हें जल्दी होते हैँ।शरीर का बढा हुआ वज़न घटना (weight loss) बहुत कठिन है, इसलिए वजन को बढने से रोको। पुरुष के लिए 70 किलो एवृं महिला के लिए 60 किलो वजन 'लक्ष्मण रेखा‘ है। मोटापा एक अभिशाप, मुसीबतों की जड है। मोटापा मौत को जल्दी बुलाता है। मोटे शरीर में मोटी बीमारियाँ, मोटी जाँच, मोटी फीस एंव डॉक्टर की जरूरत रहती है। यदि मधुर मुस्कान एवं मस्ती चाहिए तो मोटापे से मुक्ति पायें। इतना नहीं खायें कि रोगी बन जायें। कम खायें, लम्बी जिन्दगी जियें।
खुराक घटाओ, घूमना बढाओ, मोटापे से मुक्सि पाओ। खाना खाने का स्वभाव बदले बदन का बढा हुआ वज़न कम करना आसान नहीं चखौ पर चरो मत। बदन का बढा हुआ वजन बाई पास सर्जरी का वारन्ट है। बदन के बढे हुए वजन में यदि बुनियादी बदलाव लाना है तो 4 रोटियों की भूक हो तो 3 ही खाओ कम-से-कम खाओ, व्यायाम करो, घुमने जाओ।
शारीरिक मेहनत कम करने वालों को शरीर की दैनिक पूर्ति के लिए 1500 से 2000 कैलोरिवाला भोजन पर्याप्त है फिर भी ऐसे लोग 3000 से 4000 केलोरी वाला भोजन करने हैं। इस अतिरिक्त कैलोरी से शरीर में चर्बी जमा होने लगती है।
मोटापा शरीर में चर्बी जमा होने से बढता है। अत: चर्बी (Fats) तथा कार्बोहाइड्रेट ( मॉस मीट) पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। मोटा पे से उच्च रक्तचाप, मधुमेह, जोडों का दर्द, चलने में दर्द होता है।
मोटापे के कारण-चर्बी बढाने वाली चीजों के अधिक सेवन, जेसे - माँस, घी, चावल, तली हुई चीजें , मिठाइयाँ, दानेदार चीनी, केला अंगूर, चीकू ये पदार्थ मोटापा बढाते हैं।
दिन में अधिक सोना, आवश्यकतानुसार शारीरिक श्रम न करना, बार-बार खाना, पाचन शक्ति ठीक न होने से भी मोटापा बढता है। मोटापे के मामलो में इसके पीछे आवश्कता से अधिक भोजन करना सबसे बडा कारण होता है। मासिक धर्म कम होने से स्त्रियों में मोटापा बढ़ता है।
मोटापा घटाने (weight loss) के लिए भोजन कम मात्रा में ले । भोजन के स्थान पर फल, सब्जियों का सेवन, भोजन करने से एक घंटे बाद पानी पीयें, ठंडे पानी से स्नान करें। शारीरिक श्रम अधिक और कभी -कभी उपवास कों करें । मोटापा घटाने के लिए भोजन की इच्छा पूरी होने से पहले ही खाना बन्द कर के उठ जाना चाहिए । डॉक्टरों ने कम खाने के लिए संगीत सुनने या पुस्तक पढने की सलाह दी है ताकि ध्यान बँटा रहे।
किसी भी प्रकार का भोजन न करके केवल पल्लाहार पर कुछ सप्ताह रहना चाहिये। घी, शक्कर , चावल, मिठाई नहीं खानी चाहिये।
शरीर को सुडौल, सुन्दर बनाने और मोटापा-जनित कुरूपता को दूर करने के लिए कुछ बातें।
- (1) सन्तुलित्त, स्वास्थ्यवर्धक और आन्तरिक शुद्धि देने वाला भोजन करें जिससे शरीर में व्याप्त विष नष्ट हो जाये।
- (2) शरीर में व्याप्त विषों को मल, मूत्र एवं पसीने दवारा बाहर निकाले। इसके लिए कब्ज दूर करें, पेशाब अधिक हो, इसके लिए तरल पदार्थ अधिक लें । शरीर से पसीना निकालें।
- (3) गहरी लम्बी श्वास लें इससे शरीर में आक्सीजन अधिक पहुंचेगी और शरीर में व्याप्त विष इस से नष्ट हो जाएंगे।
- (4) व्यायाम करें व्यायाम करने से शरीर सुडोल और सुंदर बनेगा और शरीर की चर्बी खत्म होगी।
- (5) मालिश करें अंग विशेष में व्याप्त मोटापे पर भी मालिश करें।
- (6) विश्रांति (relaxation) शरीर तथा मष्तिष्क दोनों को शिथिल करदें । इससे तनाव दूर हो जाता है, रक्त…संचार बढ़ता है तथा शरीर में व्याप्त विष निकल जाते हैं।
- (7) रस्सा कूदें स्त्री या परुष दोनों ही खाली पेट या खाना खाने के 5 घंटे बाद रस्सा कूदें।
- (8) केल्सियम खाने पर जोर दें वैज्ञानिको ने अब स्लिम बनने के लिए एक्सरसाइज या डाइटिग के साथ या इसके बिना सिर्फ कैल्सियम खाने पर भी जोर दिया है। कैल्सियम से एक तरह का हार्मोन रिलीज होता है जो मेटाबोलिजम और रक्त संचार को संतुलित करता है। इससे केलोरीज जलती है और मोटापा अपने-आप घट जाता है। भोजन में कैल्सियम की मात्रा बढाये।
वजन जानने का सरल माप दंड वयस्क होने पर लम्बाई के अनुसार एक इंच का वजन 1 किलो मानना चाहिय जैसे 5 फीट के व्यक्सि का वजन 60 किलो होना चाहिए।
मोटापा से शरीर बेडौल, भद्दा लगता है । नारियों के नितम्ब, (Hips) प्राय मोटे हो जाते हैं। निरन्तर गत्यात्मकता के अभाव में नितम्ब मोटे हो जाते हैं। गत्यात्मक्ता की कमी से माँसपेशियाँ लचीलापन छोड देती है। इससे उनका आकार समाप्त होने लगता है, वे बाहर फैलने लगते है। नितम्ब न केवल भारी ही होते हैं अपितु आकार में भी बढ़ जाते हैं। अत: बिना चर्बी के भी नितम्ब बढ़ सकते हैं।
शरीर को गतिशील रखने एवं उचित भोजन के द्वारा ही शरीर को सुडौल रखा जा सकता है। सुडौल शरीर के लिए व्यायाम आवश्यक है। नित्य आधा घंटा तेजी से घूमने जायेँ, कोई व्यायाम करें। रस्सी कूदना भी बहुत अच्छा है। कोई भी व्यायाम 15 मिनट नित्य करें।
कुछ उपाय
- (1) घुमना - मोटापे को एक दम नहीं घटाना चाहिए। तीन मील प्रति घंटा, प्रति दिन घूमने से महीने में एक किलो वजन की कमी आती है जो कि आदर्श अभ्यास है।
- (2) करेला - करेला के रस में एक निम्बुं का रस मिलाकर प्रात: पीने से मोटापा कम होता है।
- (3) फल सब्जियाँ - फल और सब्जियोंमें कैलोरी कम होती है अत: ये अधिक खाएं चीकू, केला,आम ये मोटापा बढाते हैं, अत्त: ये नहीं खायें। स्वाद के लिए फल सब्जियों पर नमक नहीं डालें। नमक कम-से-कम खायें । शक्कर चिकनाईंदार चीजें जैसे घी, मक्खन, शक्रकंदी नहीं खाये,
- (4) चाय - चाय बिलकुल भी ना पिए ये तो धीमे जेहर के समान है।
- (5) नमक - मोटापा कम करने के लिए नमक रहित भोजन करना चाहिए। इससे वजन कम बढ़ता है।
- (6) मालिश - यदि पेट, तोंद बढ गई हो तो मालिश करके नित्य उठ-बैठ करें। रस्सी कूदने से पेट आगे नहीँ बढता।
- (7) नीबू - ( 1)एक नीबू स्वाद के अनुसार सेंधा नमक, एक पाव गर्म पानी में मिलाकर प्रात: भूखे पेट दो माह पिने से मोटापा कम होता है। यह प्रयोग गर्मी के मौसम में ज्यादा उपयोगी है। (2)एक नीबू एक गिलास मर्म पानी और दो चम्मच शहद मिलाकर चार महीने तक पीने से मोटापा कम होना है। (3 )पालक के रस में नीबू मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है।
- (8) चना - चने की भीगी हुई डालें और शहद मिलाकर नित्य प्रात: खाने से मोटापा कम होता है l
- (9) टमाटर - जिनका भार अधिक है वे अन्नाहार पर नियन्त्रण रखें व्यायामों ओर योगासनों पर ध्यान ज्यादा दें। टमाटर उनके लिए हितकारी है क्योंकि शरीर से विजातीय द्रव्य, पदार्थ व आँतो में रुका अटका खाना शरीर से बाहर निकालने में पूरी मदद करता है नित्य कच्चा टमाटर, नमक और प्याज के साथ खाने से आप विस्वास करें, आपका मोटापा धीरे-धीरे कम होने लगेगा।
- (10) दही - देसी गौ माता के दूध से बनी दही मोटापा कम करने में लाभप्रद है। रोज दही का सेवन करें।
- (11) छाछ - देसी गौ माता के दूध की दही से बनी छाछ में काला नमक और अजवाइन मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है।
- (12) तुलसी - तुलसी के पत्तों का रस, शहद तथा ऐक कप पानी में मिलाकर पीने से मोटापा घटता है।
- (13) आलू - आलू मोटापा नहीं बढाता। आलू को तलकर तीखे मसाले, घी आदि लगाकर खाने मे चिकनाई पेट में जाने से मोटापा बढता है। इसलिए आलू उबाल कर या गर्म रेत, राख में सेंक कर खाना लाभदायक है।
- (14 ) कुल्थी - कुल्थी 100 ग्राम कुल्थी की दाल नित्य खाने से मोटापा कम होता है।
- (15) रस - मोटापा घटाने के लिए सात दिन में एक बार रस, फलाहार पर ही रहे। इस दिन रोटी , दूध आदि नहीं ले।
- (16) पीपल - चार पीपल पीसकर आधा चम्मच शहद में मिलाकर नित्य चाटे। इससे मोटापा घटता है।
नोट:- यदि आप कसी भी बिमारि को जड से खत्म करना चाहते हैं तो घरेलू नुस्खों के साथ बढ़िया आयुर्वेदिक दवाओं का भी इस्तेमाल करें।
मोटापा कम करने और स्वस्थ रहने के लिए ये आयुर्वेदिक दवा सबसे अच्छी है
इस आयुर्वेदिक दवा के बारे में आप अधिक जानकारी के लिय इस नम्बर पर सम्पर्क करें whatsapp or call 09671963133
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